मार्च 062014
 
पूरे राज्य में सीजीटी द्वारा आयोजित कार्यक्रम, "अंतर्राष्ट्रीय कामकाजी महिला दिवस" ​​मनाने के लिए.

8 मार्च का: कामकाजी महिलाओं का अंतर्राष्ट्रीय दिवस
…….“न ही अनिश्चित, न ही विनम्र, भक्त है, अदृश्य है"

जनरल कन्फ़ेडरेशन ऑफ़ लेबर एक प्रयास का समर्थन करता है ताकि जिस दुनिया में हमें रहना है उसमें गैर-सेक्सिस्ट भाषा की महिलाएं भी शामिल हों, उन्हें पहचानो, सम्मान से रहो, सहायक और मुक्तिदायक. लेकिन इस प्रयास के बावजूद आज उन्हें अधिकारों और स्वतंत्रता का लगातार नुकसान हो रहा है।.

कार्यस्थल पर महिलाएं पुरुषों की तुलना में कम कमाती हैं. वेतन अंतर एक से अधिक है 20%, यदि प्रति घंटे की औसत कमाई की तुलना में प्रदर्शन के आधार पर मापा जाए तो यह अधिक है, पुरुषों के समान पारिश्रमिक प्राप्त करने के लिए महिलाओं को वर्ष में अधिक दिन काम करना होगा. महिला बेरोजगारी दर पुरुष दर से अधिक है और संकट के इस समय में भी यह उच्च प्रतिशत से बढ़ रही है, इस तथ्य के बावजूद कि स्पेन में उच्च शिक्षा पूरी करने वाली महिलाओं की दर पुरुषों की तुलना में अधिक है.

अलावा, अधिकारों और स्वतंत्रता में विधायी परिवर्तन और कटौती, गर्भपात कानून, निर्भरता कानून, सामाजिक समावेशन नीतियां, लैंगिक हिंसा के ख़िलाफ़... यह केवल सामाजिक असमानताओं को बढ़ाता है, जो महिलाओं के मामले में लिंग के आधार पर भेदभाव के कारक को बढ़ाता है.

इस प्रकार हम उसे पाते हैं, एक मुक्त समाज की ओर बढ़ने के बजाय जो बिना किसी भेदभाव के लोगों का सम्मान करता है और कम से कम उन नियमों का पालन करता है जिनके अधीन वे माना जाता है, हम एक अंधेरी सच्चाई की ओर बढ़ रहे हैं जो वश में करती है और गुलाम बनाती है, साथ ही यह अत्यधिक भेदभावपूर्ण है और सबसे क्रूर पूंजीवादी पितृसत्ता को लागू करता है.

इसमें सीजीटी सार्वजनिक रूप से धन्यवाद देता है 8 उन सभी महिलाओं के लिए मार्च, जो "लड़ाई में हमसे आगे रहीं, उन लोगों के लिए जो हर दिन लड़ते हैं और उनके लिए भी जो अब एक साथ मिलकर एक बेहतर दुनिया बनाने की आशा से जुड़ते हैं, "नया और समान".

सीजीटी की ओर से पूरे समाज को संगठित होने का आह्वान किया गया है, समानता और सामाजिक न्याय तथा अनिश्चितता के विरुद्ध रक्षा जारी रखना, शोषण और सामाजिक बहिष्कार.

फ़ुएंते cgt.org.es. सभी घटनाएँ देखें.

घर जाओ

मार्च 042014
 

Todos los días, y de manera especial el 8 मार्च का, कामकाजी महिलाओं का अंतर्राष्ट्रीय दिवस, en el contexto actual que estamos viviendo de constante pérdida de derechos y libertades, las personas que conformamos la CGT, luchamos contra todas las discriminaciones y por conseguir la igualdad y lo hacemos junto a todas aquellas otras personas, colectivos, movimientos, asambleas, organizaciones que así lo quieren y sienten.

A nivel global, nos sobran los motivos para la lucha pero particularmente en este país, las causas por las que rebelarse son múltiples:

.- La precariedad laboral
.- La brecha salarial entre hombres y mujeres
.- La desigualdad de oportunidades
.- La feminización de la pobreza
.- La sobrecarga e Invisibilidad de los cuidados
.- La ausencia de corresponsabilidad en el trabajo doméstico y de cuidados
.- La violencia machista
.- La cultura patriarcal
.- La ley del aborto
.- La represión del derecho a la identidad personal
.- La expropiación del cuerpo
.- …

En definitiva contra la precariedad, शोषण और सामाजिक बहिष्कार. Agradecemos públicamente en este 8 de Marzo de 2014 a todas las mujeres que nos han precedido en la lucha, उन लोगों के लिए जो हर दिन लड़ते हैं और उनके लिए भी जो अब एक साथ मिलकर एक बेहतर दुनिया बनाने की आशा से जुड़ते हैं, nuevo e igualitario.Desde CGT llamamos a toda la sociedad a la movilización, a seguir defendiendo la igualdad y la justicia social.

SIN MEDIOS DE SUBSISTENCIA, NOS LLEVÁIS A LA INDIGENCIA
¡¡¡ESTADO NO!!!
¡¡¡ACCIÓN DIRECTA, SORORIDAD Y AUTOGESTIÓN SÍ!!!

फ़ुएंते cgt.org.es

घर जाओ